Product Information
कुशा और दूर्वा दोनों में ही शीतलता प्रदान करने के गुण पाए जाते हैं और कुशा घास को बहुत पवित्र माना जाता है इसलिए पितरों का श्राद्ध करने से पूर्व इसे उंगली में धारण कर लिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि कुशा धारण करने से पवित्रता बनी रहती है और तर्पण पूर्ण रूप से स्वीकार्य होता है।
Information
Dimensions | 1.5 × 2.5 × 1.5 cm |
---|---|
विशेष | यह सूत्र कई दुर्लभ सामग्रियों द्वारा तैयार कर विशेष मन्त्रों द्वारा व्यक्ति विशेष के नाम एवं कार्य विषय से अभिमंत्रित कर दी जाती हैं। यह केवल हमारी संस्था के पास ही उपलब्ध हैं और इसकी विधि पूर्णतः गोपनीय रहती हैं केवल उपयोग करने वाले व्यक्ति को ही दी या बताई जाती हैं। |
प्रेषण अवधि | किसी भी सामग्री को अभिमंत्रित करने में 2 दिन का समय लग सकता है, इस वजह से सामग्री आर्डर प्राप्ति से 2 दिन बाद याने तीसरे दिन कोरियर द्वारा भेजी जाएगी एवं उसकी सुचना कोरियर रसीद के साथ आपको मेसेज, व्हाट्सएप्प या कॉल पर देदी जाएगी । |
सामग्री हेतु अस्वीकरण अनुरोध | हमारी तरफ से सामग्रियाँ पूर्णतः शुद्ध और ऊर्जान्वित ( अभिमंत्रित ) करके दी जाती है, उनका परिणाम व्यक्ति की भावना, उद्देश्य एवं सदउपयोग पर निर्भर करता है। 100 में से 99 लोगो को इसका अच्छा परिणाम मिलता है, अपितु किसी 1 को नहीं भी मिल पाता, व्यक्ति किस उद्देश्य या भावना से इसका उपयोग करना चाहता है, यह उसकी नीयत, गृह दशाएं, भाग्य, एवं प्रारब्ध पर निर्भर करता है। यदि उद्देश्य या भावना सही नहीं है और प्रकृति या भगवान की मर्जी किसी काम में नहीं रहती, तो इसका परिणाम नहीं भी मिल पाता । हमारी तरफ से सामग्री को ऊर्जान्वित करने में कोई कमी नहीं रहती, व इसका सकारात्मक परिणाम मिलना ना मिलना ये भगवान के हाथ में है, हम केवल भगवान के सेवक मात्र है स्वयं भगवान नहीं, कर्म करना हमारा काम है फल देना भगवान के हाथ में है, कोई भी सामग्री या वस्तु केवल आपकी सहायता मात्र है पूर्णतः सामग्रियों और उपायों के अधीन ना रहें, धन्यवाद। |
ReviewsThere are no reviews yet.